hindi kahani Fundamentals Explained
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हिंदी कहानी
भूमि ही क्या संसार के जितने भी पदार्थ हैं धन सम्पति हैं मकान आदि हैं, इनमें से कुछ भी तुम्हारा नही हैं.
एक दिन सेठ ने उस लड़के से कहा- ऐ लड़के ध्यान से सुन या तो मुझे अपने उस रात के स्वप्न की बात बता दे अथवा मेरे यहाँ काम करना बंद कर दे.
अंगूर तोड़ने के लिए बार बार उछलने लगी. मगर अंगूर बहुत ऊचाई पर थे. वह वहां तक नही पहुच पाई और निराश हो गईं.
उसे सोच में बैठा देख राधे गुप्त ने कारण पूछा. रामास्वामी ने बताया, ”आपने परीक्षा की शर्त के रूप में कहा था कि चोरी करते समय कोई देख न सके.
उसने संदेश भिजवाया कि जिस व्यक्ति ने मेरे प्रश्नों को हल किया हैं, उससे हम अपनी कन्या का विवाह करना चाहते हैं.
यह एक ऐसी कहानी है जो बच्चे और माता–पिता दोनों को ही एक अच्छी सीख दे सकता है। बच्चे बहुत कोमल व संवेदनशील होते हैं, और कई बार आप एक अभिभावक के रूप में यह तय नहीं कर पाते हैं कि स्वतंत्रता की रेखा कहाँ खींचनी चाहिए।
ये कहानियाँ और उससे मिलने वाली सीख छोटे बच्चों को जरुर बताएं.
एक बार, दो पड़ोसी थे, जिनके पास अपना–अपना बागान था और वे उनमें पौधे उगाते थे। उनमें से एक पड़ोसी बहुत सख्त था और अपने पौधों की जरुरत से ज्यादा देखभाल करता था। दूसरा पड़ोसी, उतना ही करता था जितने की आवश्यकता थी, लेकिन वह अपने पौधे की पत्तियों को अपने मन–मर्जी दिशा के बढ़ने देता था।
मुझे तेरा विशवास नही हैं. खेत के मालिक ने ज्यादा हठ की तो
एक रात को सोते वक्त उस लड़के ने एक स्वप्न देखा और सपने में ही तेज आवाज में चिल्लाया- ”ओह मेरा भाग्य”.
देवताओं को बड़ा बताता हूँ तो दानव नाराज होते हैं, दानवों को बड़ा बताऊँ तो देवता नाराज होते हैं, हो सकता है तब आपस में दोनों लड़ने लगे.
कमरे में से हो हो ही ही की आवाज आती रही. चीखते चिल्लाते और लड़ते झगड़ते रहे.
महात्मा जी ने लोहा गर्म देखकर चोट की और उन्हें समझाते हुए कहा- तनिक विचार करो कि जिस भूमि के लिए तुम लोग आपस में लड़ रहे हो,
शिक्षा; साहस जो करता हैं, जग में होता हैं उसका नाम.